Kabir ke sabad
Pages
kabir satya siddhant
Home
सबद-71
व्यापक तत्व प्रकरण
चात्रिक काह पुकार दूरी, सो जल जगत रहा भरिपूरी।
जेहि जल नाद बिंद की भेदा, खट क्रम सहित उपाने बेदा।।
से जल जीउ सीऊ को बासा, सो जल धरनी अमर प्रगासा।
जेहि जल उपजल सकल शरीरा, सो जल भेद न जानु कबीरा।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment