सबद-71

व्यापक तत्व प्रकरण

चात्रिक काह पुकार दूरी, सो जल जगत रहा भरिपूरी।

जेहि जल नाद बिंद की भेदा, खट क्रम सहित उपाने बेदा।।

से जल जीउ सीऊ को बासा, सो जल धरनी अमर प्रगासा।

जेहि जल उपजल सकल शरीरा, सो जल भेद न जानु कबीरा।।

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