सबद-63
माया प्रकरण
माया प्रकरण
मैं कासों कहौं को सुने को पतियाय। फुलवा के छुवत भंवरा मरि जाय।।
जोतिये न बोइये सींचिये न सोय। बिनु डार पात फूल एक होय।।
गगन मंडल बिच फुल एक फूला। नर भौ डाल ऊपर भौ मूला।।
फूल भल फूलल मालिन भल गांथल। फुलवा बिनसि गौ भंवरा निरासल।।
कहैं कबीर सुनो संतो भाई। पंडित जन फुल रहत लुभाई।।
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